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here are some best romantic,heart touching ghazal written in simple words
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best ghazals
तेरी महफ़िल में बेज़ुबान आये हैं..
ये जो तेरी जुल्फों के साये हैं,
यही कही हम अपना दिल हार आये हैं ।
यही कही हम अपना दिल हार आये हैं ।
सच कहूँ अगर यकीन कर ले तू,
दूर से ही देखकर तुझको हमने दिल बहलाए हैं ।
सुना है इशारे भी समझ लेते हो तुम,
इसीलिए तेरी महफ़िल में बेज़ुबान आये हैं ।
अब पूछते हो तो बता ही देते है तुमको,
तोहफे में तेरे लिए मोहब्बत का पैगाम लाये हैं ।
हो सके तो छूकर अपना बना ले मुझे,
कोई गैर नहीँ हम तो तेरे हमसाये हैं ।
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best love ghazals
अब "खुदा"भी तुझे क्या दवा देगा
आदमी आदमी को क्या देगा,
जो भी देगा वही खुदा देगा ।
मेरा क़ातिल ही मेरा अपना निकला,
कौन मेरे हक़ में फैसला देगा ।
ज़िन्दगी को करीब से देखो ज़रा,
इसका चेहरा तुम्हें रुला देगा ।
हमसे पूछो दोस्ती का सिला,
दुश्मनों का भी दिल हिला देगा ।
इश्क़ का ज़हर पी लिया है "फ़क़ीर",
अब "खुदा" भी तुझे क्या दवा देगा।
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best love ghazal
पलट कर दोबारा देखते है
बदलती रुत का इशारा देखते हैं,
अब कैसे होगा गुज़ारा ,देखते हैं।
मोहब्बत की ये रश्म भी कितनी अजीब है,
जाने वाले पलट कर दोबारा देखते है ।
के जैसे डूबने वाले डूबने से ज़रा पहले,
एक उम्मीद के साथ किनारा देखते हैं ।
तेरी खुदाई से गिला होने लगता है,
जब दुनिया मे कोई बे सहारा देखते हैं।
क्या मोहब्बत हमें भी रास आएगी 'वैसी',
आओ अपना अपना सितारा देखते हैं।
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आखिरी दीदार की फुरसत नहीँ
हमारे आने का था हर लम्हा इंतज़ार,
आज उनको मिलने की फुरसत नहीँ ।
हमको रखते थे अपनी निगाहों में तस्वीर बनाकर,
आज उनको हमें देखने की फुरसत नहीँ ।
हमारे ज़िक्र से होती थी शमो-सहर,
आज उनको हमें पुकारने की फुरसत नहीँ।
हमें पाने की आरज़ू में करते थे सजदा रातभर,
आज उनको हमारे हक़ में दुवाएं करने की फुरसत नहीँ।
हम जा रहे हैं जिनकी याद में दुनिया छोड़क,
आज उनको हमारे आखिरी दीदार की फुरसत नहीँ।
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नहीं वो कोई पराये होंगे..
बहुत दिन बाद शायद हम मुस्कुराये होंगे,
वो भी अपने हुस्न पर खूब इतराये होंगे।
संभलते-संभलते अब तक ना संभले हम,
सोचो किस तरह हम उनसे टकराये होंगे।
महक कोई आई है आँगन में कहीं से उड़कर
शायद उन्होंने जुल्फ अपने हवा में लहराये होंगे।
नज़रे झुका ली उन्होंने जब हमने देखा उन्हें,
गले लगाते वक़्त वो जरूर बहुत घबराये होंगे।
जब एक-दूसरे से बिछड़े होंगे वो दो परिंदे
बहुत कतराते हुए पंख उन्होंने फहराये होंगे।
जरूर कोई बहुत बड़ी मज़बूरी रही होगी जो,
पहचान कर भी कहना पड़ा नहीं वो कोई पराये होंगे।
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मैंने गलती तो नहीं की…
मैंने गलती तो नहीं की बता कर तुझको,
मेरे दिल के हालात दिखा कर तुझको।
मैं भूखा ही रहा कल रात पर खुश था,
अपने हिस्से का खाना खिला कर तुझको।
दुनिया की बातों पे ग़ौर ना करना कभी,
मुझसे दूर कर देगा वो बहला कर तुझको।
मेरा दिल टूटेगा तो संभल जाऊँगा मैं,
उसका टूटा तो जायेगा सुना कर तुझको।
कोई है जो तुम्हें याद करता है बहुत,
रातभर जागता है वो सुला कर तुझको।
सोचो तो ज़रा कितनी सच्चाई है उसमें,
गया भी वो तो सच सिखा कर तुझको।
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दे तसल्ली कोई…
कोई जाता है यहाँ से न कोई आता है,
ये दीया अपने ही अँधेरे में घुट जाता है।
सब समझते हैं वही रात की किस्मत होगा,
जो सितारा बुलंदी पर नजर आता है।
मैं इसी खोज में बढ़ता ही चला जाता हूँ,
किसका आँचल है जो पर्बतों पर लहराता है।
मेरी आँखों में एक बादल का टुकड़ा शायद,
कोई मौसम हो सरे-शाम बरस जाता है।
दे तसल्ली कोई तो आँख छलक उठती है,
कोई समझाए तो दिल और भी भर आता है।
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जो रंजिशे थी
जो रंजिशे थी उन्हें बरकरार रहने दिया
गले मिले और दिल में गुबार रहने दिया
गली के एक मोड़ से आवाज़ देकर लौट आये
सारी रात उसे बेक़रार रहने दिया
कोई ख्वाब दिखाया ना कोई गम दिया उसको
उसकी आँखों में बस एक इंतजार रहने दिया
उसे भुला भी दिया और याद भी रखा उसको
नशा उतार दिया और खुमार रहने दिया
-शकील आज़मी
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दूरियाँ अच्छी है
दूरियाँ अच्छी है लेकिन इस कदर अच्छी नही
आप हम से बेखबर है ये खबर अच्छी नही
है तमन्नाई तुम्हारी एक नज़र के हम मगर
जिस नजर से देखते हो वो नजर अच्छी नही
मंजिलों की जुस्तजू अच्छी तो है हामिद मियां
जिस डगर पर चल रहे हो वो डगर अच्छी नही
-हामिद भुसावाली
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hope you like the post!!
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